जनसत्ता में, कुल 21 बार। समय 17 फरवरी 2011 से 04 जुलाई, 2015. जगह वही, समांतर। इसमें एक पोस्ट चौदह फरवरी की 'कैसे कहें' की कोई तस्वीर मेरे पास नहीं है, इसलिए उसे नहीं लगा पाया। पर गिन लिया है। अब इस एक अगस्त दो हज़ार पंद्रह से जनसत्ता में वह 'जगह' अब नहीं है।
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जनसत्ता में,
17 फरवरी, 2011 |
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जनसत्ता में,
26 अप्रैल, 2011 |
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जनसत्ता में,
05 सितंबर, 2011 |
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जनसत्ता में,
02 नवंबर, 2011 |
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जनसत्ता में,
02 अप्रैल, 2012 |
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जनसत्ता में,
06 अगस्त, 2012 |
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जनसत्ता में,
14 सितंबर, 2012 |
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22 सितंबर, 2012
चौपाल में, शारदा कुमारी का ख़त |
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जनसत्ता में,
09 नवंबर, 2012 |
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जनसत्ता में,
17 दिसंबर, 2012 |
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जनसत्ता में,
04 फरवरी, 2013 |
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जनसत्ता में,
11 अप्रैल, 2013 |
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जनसत्ता में,
16 मई, 2013 |
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जनसत्ता में,
18 जून, 2013 |
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जनसत्ता में,
07 अप्रैल, 2014 |
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जनसत्ता में,
20 जून, 2014 |
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जनसत्ता में,
27 अक्टूबर, 2014 |
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जनसत्ता में,
22 जनवरी, 2015 |
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जनसत्ता में,
21 अप्रैल, 2015 |
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जनसत्ता में,
04 जुलाई, 2015 |
(26.12.2015 @ 11:30 P.M.)
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